"रही बात हेमंत सोरेन की, तो वो शिबू सोरेन की जगह पार्टी के अध्यक्ष का पद संभालते. लेकिन अब ऐसी बातों का कोई मतलब नहीं है." झा कहते हैं, "कांग्रेस चंपई सोरेन से नाखुश थी. पार्टी की प्रेशर पॉलिटिक्स चंपई सोरेन पर काम नहीं कर रही थी. अरुण नागपाल ने https://www.samridhbharat.in/