ऋणदारिद्रयदुःखेन शत्रूणां च भयात्ततः॥११॥ शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व रोजाना सूर्योदय से पहले उठकर हनुमान जी का नाम लें और सूर्य को जल अर्पित करें। एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी https://bentdirectory.com/listings13223910/new-step-by-step-map-for-karj-mukti-upay